Madhya Pradesh |
मध्य प्रदेश स्थापना दिवस | Madhya Pradesh Sthapna Divas
1956 में भारत में राज्यों के पुनर्गठन के सांथ ही मध्य प्रदेश राज्य के वर्तमान स्वरुप का गठन 1 नवम्बर 1956 को भाषा के आधार पर किया गया | मध्य प्रदेश राज्य का गठन 1953 में गठित राज्य पुनर्गठन आयोग की अनुशंसा पर किया गया | 1 नवम्बर 1956 को पट्टाभि सीतारमैया को मध्य प्रदेश का प्रथम राज्यपाल और पण्डित रविशंकर शुक्ल को मध्य प्रदेश का पहला मुख्य मन्त्री चुना गया |
मध्य प्रदेश राज्य का निर्माण सेंट्रल प्रोविजन्स (सीपी) और बरार, मध्य भारत, विन्ध्य प्रदेश, भोपाल राज्य को मिलकर किया गया | पहले हिस्से सेंट्रल प्रोविजन्स और बरार के अंतर्गत पूरा छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र का कुछ हिस्सा , महाकौशल और बघेलखण्ड के रियासत का हिस्सा आता था इसकी राजधानी नागपुर थी | दूसरे हिस्से विन्ध्य प्रदेश के अंतर्गत रीवा, पन्ना, सतना की रियासतें आती थीं और इनकी राजधानी रीवा हुआ करती थी | तीसरे हिस्से के अंतर्गत शेष भाग आता था जो मध्य भारत कहलाता था जिसमें मालवा और ग्वालियर के क्षेत्र आते थे इसकी दो राजधानी इंदौर और ग्वालियर थीं जिन्हें 6-6 महीने के लिए राजधानी बनाया जाता था | चौथे भाग में भोपाल रियासत को मिलाया गया | भोपाल पर नवाबों का शासन हुआ करता था |
M.P. Sthapna Divas |
1 नवम्बर 1956 को मध्य प्रदेश राज्य गठन के समय महाराष्ट्र के
हिस्सों को वापस बंबई राज्य का हिस्सा बनाया गया और शेष भाग मध्यप्रदेश में शामिल
कर लिए गए |
मध्य प्रदेश के गठन के समय कुल जिलों की संख्या 43 थी | भोपाल को मध्य प्रदेश की राजधानी चुना गया | उस समय तक भोपाल सीहोर जिले के अंतर्गत आता था | 1972 में भोपाल और राजनंदगांव को जिला बनाया गया | 1998 में 10 नए जिले बनाये गए | बाद में 6 नए जिले और बनाये गए | इस समय तक मध्य प्रदेश में 61 जिले हो गए और क्षेत्रफल की दृष्टी से यह देश का सबसे बड़ा राज्य था |
मध्यप्रदेश का विभाजन कर 1 नवम्बर 2000 को नया राज्य छत्तीसगढ़ बनाया गया | छत्तीसगढ़ देश का 26 वां राज्य बना | छत्तीसगढ़ के हिस्से में 16 जिले और 2 संभाग आये इस प्रकार मध्य प्रदेश में कुल जिलों की संख्या 45 रह गई |
मध्य प्रदेश में पुनः 2003 में 3 नए जिले , 2008 में 2 नए जिले बने इस प्रकार म.प्र. में जिलों की संख्या 50 हो गई | 2013 में आगर मालवा को 51 वां जिला और 1 अक्टूबर 2018 में निमाड़ी नाम से नया जिला बनाया गया और इस प्रकार मध्य प्रदेश में जिलों की संख्या 52 हो गई |